Videotape: New Techniques of Observation and Analysis in Anthropology, Joseph H. Schaeffer, 1995 (in, Principles of Visual Anthropology, Paul Hockings), Second Edition, Mouton de Gruyter, pp. 255-284

Lecture and Explanation of Reading to be covered:

Schaeffer, Joseph H, 1995. ‘Videotape: New Techniques of Observation and Analysis in Anthropology’ in Principles of Visual Anthropology (ed) Paul Hockings, Second Edition, Mouton de Gruyter, pp. 255-284

Keywords: Research and Ethics, Data Security, Field Research, Ethical Consideration, Implications of the Use of Videotape in Anthropology,

Paper: Society Through the Visuals 

Course: BA Programme
Skill Enhancement Course 03 
University of Delhi


हिंदी में नोट्स (प्रमुख बिंदु)


Unit 3, Video and Film in Sociology  
Sub-unit/ Article 3.3

 

Course Structure 

#1 Important Points to be kept in Mind While Studying the Content

#2 Expected Outcome and Understanding of the Content

#3 General Introduction

#4 Lecture in Detail with Comment, Clarification, and Explanation 

 

इस लेख के बाद आप मुख्यतः शोध नैतिकता (रिसर्च एथिक्स), क्षेत्र कार्य (फील्ड वर्क), और डेटा सुरक्षा के बारे में जान पाएंगें. लेकिन ध्यान दें कि आजकल औडियो, विडिओ, और स्थिर फोटो के लिए फिल्म का इस्तेमाल नहीं होता है, अब यह सब डिजिटल हो गया है. पहले यह सब कार्य जहाँ काफी जटिल और खर्चीला था आज वहीं यह सब कार्य आसान और सस्ता हो गया है. यह सभी कार्य सिर्फ एक मोबाईल से भी संभव है. कृपया इसका ध्यान रखें, और लेख को आधुनिक तरीके से समझने की कोशिश करें.

< Lecture and Explanation 

नोट: यह लेख काफी पुराना है. आजकल वीडियो टेप का प्रयोग नहीं होता हैतथा आजकल विडियो बनाना काफी आसान है. 1995 में जैसा विडियो काफी बड़े कैमरा से बनाया जाता थाउससे बेहतर विडियो आजकल मोबाइल फोन से बनाया जा सकता हैऔर बनाया जा रहा है. इस लेख का काफी हिस्सा इसपर है कि विडियो कैसे बनाएतथा वीडियो बनाने की तकनीक क्या हैहम उसे यहाँ डिस्कस नहीं कर रहें हैं. 

 

विडियोटेप का महत्त्व 

(नोट: आप इसे विडियो का महत्व समझें. आजकल टेप प्रयोग नहीं होता हैलेकिन वीडियो का महत्व उतना ही है.) 

 विडियो टेप का निम्नलिखित महत्व है- 

(१) यह हमें कई परिस्थितियों में समाज में हो रही घटनाओं को अपने नैसर्गिक (natural) स्थितियों में सजीव (live) रिकॉर्ड करने की सुविधा देता है. इसके साथ-साथ शोध करने वाला अलग से लिखित रिकॉर्ड भी रख सकता है. फोटो और ऑडियो टेप में हमें बहुत कम सुविधा मिलती हैजबकि वीडियो टेप में हमें बहुत सुविधा और सहूलियत मिलती है. 

(२) ट्रेंड रिसर्चर के लिए वीडियो टेप वैज्ञानिक तरीके से अध्ययन करने की सुविधा देता है. वीडियो टेप हमें ऑब्जरवेशन को लम्बे समय तक रखने की सुविधा देता हैजिससे कि हम बाद में भी उसे देख सकते हैं. यह रिसर्च में भरोसा भी दिखाता है. 

(३) वीडियो टेप वैज्ञानिक और भागीदारों को फील्ड सिचुएशन में रिव्यू करने का मौका देता है. 

(४) विडियो टेप से के माध्यम से हम ऑब्जरवेशन और निष्कर्ष के बीच के सम्बन्ध को देख सकते हैं. वीडियो टेप रिसर्च में सन्दर्भ का भी काम करता है. 

 

साथ ही हमें वीडियो टेप बनाते समय एथिक्स का भी ध्यान रखना चाहिए. 

 

Ethical Considerations/ नैतिकता का ध्यान 

 रिसर्च के लिए वीडियो टेप बनाते समय जिस बात का सबसे ज्यादा ध्यान रखना चाहिए वह है रिसर्च प्रक्रिया में भाग लेने वालो के प्राइवेसी/ निजता और विश्वास का. रिसर्च के लिए वोलंटरी (voluntary) सहमति देने के बाद भी उसे विश्वास होना चाहिए कि उसके निजता का ख्याल रखा जाएगा. साथ ही सभी भागीदारों को यह मालूम होना चाहिए कि रिसर्च का उद्देश्य क्या है और और उसका क्या उपयोग होगायह रिसर्च करने वाले की जिम्मेदारी है कि वह उसे सब कुछ समझाइए. साथ ही रिसर्च के लिए वोलंटरी (voluntary) सहमति देना दोनों पक्ष (रिसर्चर और प्रतिभागी) के सहमती और विश्वास पर निर्भर करता है. 

 वीडियो टेप में यह इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योकि इसमें प्रतिभागी का वीडियो भी दिखता है. जबकि पारंपरिक टेक्स्ट में यह नहीं दिखता हैऔर फोटो में सिर्फ व्यक्ति का फोटो दिखाता है यह नहीं कि उसने क्या बोला/ बोली

 कई जगहों पर जैसे पुलिस राज में बिना कंसेंट/ सहमति के भी वीडियो टेप बनाने की जरुरत पड़ सकती है क्योंकि पुलिस का सभी हरकतों पर पहरा होता है साथ ही कोई भी व्यक्ति कुछ भी कहने से डरता है. विशेषकर यदि वह सरकार के खिलाफ कुछ हो. 

 किसी भी सामाजिक विज्ञान शोध में डेटा की प्राइवेसी/ निजता महत्वपूर्ण है. यह शोधकर्मी और भागीदार दोनों के बिच विश्वास पैदा करता है. लेकिन यह भी सही है कि शतप्रतिशत अर्थात पूर्ण रूपेण डेटा की प्राइवेसी संभव नहीं है. विश्लेषण में यह कहना ही पड़ेगा कि यह डेटा कहाँ से लिया गया. लेकिन यह संभव है कि व्यक्तिगत पहचान उजागर न किया जाए कि डाटा किस व्यक्ति से लिया गया. क्योकिऐसा करने पर हो सकता है कि उस व्यक्ति का जान खतरे में पड़ जाए. विशेषकर ट्रेडिशनल समाजसैनिक शासन वाले देश/ समाज या फिर ग्रामीण इलाको में अगर रिसर्च सामाजिक सम्बन्धशोषणअत्याचारअपराध आदि विषय पर हो. 

 

Data Security/ डेटा सुरक्षा 

 रिसर्च के लिए विडियो टेप बनाने के बाद यह जरूरी है कि उसे सुरक्षित तरीके से रखा जाए ताकि उसका दुरूपयोग न हो. इसके लिए तीन चीजों का होना आवश्यक है. - 

 

(१) रिसर्च के दौरान विडियो टेप कोई दक्ष प्रोफेशनल (trained professional) हंडल करे. 

(२) रिसर्चर को यह मालूम होना चाहिए कि प्रतिभागी (participant) की आवश्यकता क्या हैरिसर्चर को डेटा कलेक्ट करते संयम उसके सामाजिकआर्थिक और राजनीतिक पहलू के बारे में मालूम  होना चाहिए. साथ ही उनको यह भी मालूम होना चाहिए कि जो डाटा कलेक्ट किया गया है उसके विश्लेषण का क्या परिणाम होगा

(३) रिसर्चर को यह समझना चाहिए कि जब तक रिसर्च के लिए बहुत जरूरी न हो वह वीडियो टेप न बनाए. कई बार जैसे निजी गतिविधियों का वीडियो तब तक न बनाया जाए जब तक कि ऐसा करना बिल्कुल ही जरूरी न होअर्थात विडियो बनाने के अलावा कोई अन्य उपाय न हो. 

 

Field Programme in Research with Videotape/ वीडियो टेप के साथ फील्ड रिसर्च कार्यक्रम 

 वीडियो टेप इस्तेमाल करते समय जो दूसरी चीज का ध्यान रखना चाहिए वह है उचित तकनीक का इस्तेमाल और उचित फील्ड रिसर्च कार्यक्रम. रिसर्च डिजाइन और फील्ड सिचुएशन (परिस्थिति) के आधार पर यह निर्णय लिया जाता है कि कौन सा फील्ड रिसर्च कार्यक्रम का उपयोग किया जाए. 

 

वीडियो टेप के साथ रिसर्च प्रश्न में निम्नलिखित चीजें शामिल होते हैं - 

(१) विडियो टेप में कौन से सामाजिक घटना को रिकॉर्ड किया जाएगा. क्या वह परिस्थिति रिसर्च के दौरान आएगाअगर वीडियो लेने  का मौका नहीं आया तो क्या फोटो से काम चल सकता हैअगर हाँतो क्या फोटो लेना संभव है

(२) विडियो के अलावे किस दुसरे तकनीक का इस्तेमाल किया जा सकता है?  अगर हम विडियो टेप का इस्तेमाल नहीं कर सकेतो क्या किसी दूसरे तकनीक का इस्तेमाल किया जा सकता है

(३) क्या हम आडियो टेप या ऑडियो रिकॉर्ड से काम चला सकते हैंक्योकि कई बार यह संभव नहीं होता है कि  हम वीडियो बना सकें. इसलिए भी कि कई बार ऑडियो रिकॉर्डिंग भी वही परिणाम देता है. 

(४) एक सवाल यह भी पैदा होता है कि रिकॉर्ड करने के लिए किस तकनीक का इस्तेमाल किया जाएक्या हर बार वीडियो टेप का ही इस्तेमाल किया जाएकई बार हमें दूसरे टूल का भी इस्तेमाल करना चाहिए. 

 वीडियो टेप के साथ एक disadvantage यह है कि कई बार कैमरे के सामने आने से कतराते हैं. इसका एक कारण सामाजिकता और संस्कृति भी है. वे कैमरे के सामने ज्यादा सहज महसूस नहीं कर पाते हैं. कई बार लोग कैमरे के सामने वीडियो रिकॉर्ड के साथ बोलने से डरते हैं कि कहीं उनकी निजता (privacy) भंग न हो जाए. 

 

Videotape in Urban Setting: Case Studies/ शहरी वातावरण में वीडियो टेप 

Videotape in Rural Setting: A Case Study/ ग्रामीण वातावरण में वीडियो टेप 

Page Number 260-270, Reader Page Number 76-81

 

ऊपर के सेक्शन में उदाहरण दिया गया है कि लेखक ने कैसे वीडियो रिकॉर्ड किया. यह तब की बात है जब विडियो रिकॉर्ड करना एक बहुत बड़ी बात थी. आजकल वही काम मोबाइल से भी किया जा सकता है. अगर परीक्षा में आए कि रिकॉर्ड कैसे करना है तो आप सीधा सा उत्तर लिखिए जो इस चैप्टर में ऊपर बताया गया है. बाकि रिकॉर्डिंग वैसी ही होना है जैसे आप कोई भी रिकॉर्डिंग करते हैं. 

Videotape and Other Visual/ Audiovisual Technology in Research/ रिसर्च में वीडियो टेप और अन्य विसुअल/ ऑडियो-विसुअल तकनीक 

Page Number 271-275, Reader Page Number 82-87

 यह लेख काफी पुराना है इसलिए आज के तारीख में इसका कोई मतलब नहीं है. यह तब की बात है जब फोटोऑडियोऔर विजुअल तीनो अलग-अलग मशीन से रिकॉर्ड किए जाते थें. फोटो कैमरे में भी लाइट की व्यवस्था अलग से कि जाती थी. आजकल एक ही कैमरे या मोबाइल में सभी सुविधा उपलब्ध है. 

 

Implications of the Use of Videotape in Anthropology/ एंथ्रोपोलॉजी में वीडियो टेप का उपयोग 

Page Number 278-282, Reader Page Number 85-87

 

इस सेक्शन में कही बातें इसी लेख में पहले ही कहा जा चुका है. इस सेक्शन का महत्व तब बहुत ज्यादा था जब वीडियो टेप एक नई तकनीक थी. 

 This lecture was delivered during the Odd Semester (July to November) 2019 to the students of the University of Delhi. Visit here for Syllabus and other lectures for BA Programme, Skill Enhancement Course 03,  Society Through the Visuals. 

Syllabus | Study Material | Lecture | Question Bank

https://studywithanil.blogspot.com/2021/04/Syllabus-and-Study-Material-Hindi-Society-Through-the-Visual-Bachelor-of-Arts-BA-Programme-CBCS-Sociology-University-of-Delhi.html

 

आग्रह: कुछेक जगहों पर हिंदी टाइपिंग में कुछ अशुद्धियाँ हो सकती हैंकृपया उसे इग्नोर करें.

Anil Kumar | Student of Life World 
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